748 किमी तक फैला, नेशनल हाईवे (NH) 62 पंजाब और राजस्थान राज्यों को जोड़ता है। इसे राजस्थान के सबसे लंबे हाईवे के रूप में पहचाना गया है क्योंकि यह राज्य के कुल आठ में से सात जिलों से होकर गुजरता है। इस कॉरिडोर का ज्यादतर भाग राजस्थान में स्थित है और कई लोकप्रिय शहरों से जुड़ा हुआ है। 99acres आपको NH 62 अपने रूट मैप और आगामी डेवलपमेंट्स की डिटेल्स के बारे में जानकारी देगा।

नेशनल हाईवे (NH) 62: रूट मैप

NH 62 का शुरूआती पॉइंट अबोहर में NH 7 के साथ इसका जंक्शन है, जो पंजाब और राजस्थान की सीमाओं के करीब स्थित है। यह हाईवे राजस्थान के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और इकोनॉमिक महत्व वाले कई शहरों को जोड़ता है। NH 62 का एंडिंग पॉइंट राजस्थान के पिंडवाड़ा शहर में है।

NH 62

सोर्स: विकिपीडिया

नेशनल हाईवे (NH) 62: कवर किये गए शहर

नेशनल हाईवे (NH) 62 राजस्थान का सबसे लंबा रूट है। 700 किमी से अधिक हाईवे राजस्थान से होकर गुजरता है, जबकि केवल 42 किमी हाईवे पंजाब में है। परिणामस्वरूप, इस हाईवे द्वारा ऑपरेट द्वारा कई मशहूर शहर और डिस्ट्रिक्ट इंटर-स्टेट कनेक्टिविटी को एंजॉय करते हैं। NH 62 के अंतर्गत आने वाले कुछ शहर इस प्रकार हैं –

राज्यशहर
पंजाबअबोहर
राजस्थानश्री गंगानगर, लूणकरनसर, सूरतगढ़, बीकानेर, जोधपुर, सिरोही, पाली

NH 62 राजस्थान के कई शहरों को जोड़ने वाला रूट है। इस हाईवे के किनारे के शहरों में कई ट्रेड और कमर्शियल एक्टिविटीज होती हैं। इनमें से कुछ शहर हैं-

पाली

राजस्थान के 'इंडस्ट्रियल सिटी' के रूप में जाना जाने वाला पाली एक महत्वपूर्ण कमर्शियल हब है। इसमें कई टैक्सटाइल इंडस्ट्री हैं जो सूती और सिंथेटिक धागे, कपड़े और कपड़े का मैन्युफैक्चरर करते हैं। ये प्रोडक्ट्स देश के अन्य हिस्सों में बेचे जाते हैं।

बीकानेर

बीकानेर कई पर्यटन स्थलों का घर है लेकिन यह स्नैक्स और मिठाइयों की इंडस्ट्री के लिए जाना जाता है जिन्हें भारत और विदेशों में पैक और बेचा जाता है।प्रसिद्ध 'बीकानेरी भुजिया' का नाम इसी शहर से लिया गया है, और घेवर और कचौरी जैसी वस्तुएँ भी इस एरिया में प्रसिद्ध हैं। इन स्नैक्स और मिठाइयों के प्रोडक्शन और बिक्री के लिए बीकानेर में बड़े पैमाने पर कमर्शियल एक्टिविटीज ऑपरेट की जाती हैं, जिससे यह राज्य में एक महत्वपूर्ण इकोनॉमिक हब बन जाता है। इसके अतिरिक्त, बीकानेर ऊनी वस्तुओं के ट्रेड का भी सेंटर है।

सिरोही

पिंडवाड़ा जिले को 'सिरोही की फाइनेंशियल सिटी' के नाम से जाना जाता है। यह मुख्य रूप से संगमरमर की नक्काशी (marble carving) के लिए जाना जाता है, और शहर के कई लोकल्स संगमरमर और पत्थर पर नक्काशी करके मूर्तियां बनाने में लगे हुए हैं।

नेशनल हाईवे (NH) 62: आगामी डेवलपमेंट्स

भारत सरकार के प्लांस में राजस्थान में दो-लेन हाईवे के माध्यम से देश की सैन्य ताकत बढ़ाने की है। इस हाईवे का एक छोर NH 911 पर श्रीगंगानगर और रायसिंहनगर के बीच है। दूसरा छोर श्रीगंगानगर सुदृढ़ीकरण (reinforcement) और सूरतगढ़ के बीच NH 62 से जुड़ेगा। चूंकि इस आगामी विस्तार से इंटरनेशनल बॉर्डर्स तक पहुंच आसान हो जाएगी और इससे आर्म्ड फोर्सेज के लिए अधिक नौकरियां पैदा होने की संभावना है।

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नेशनल हाईवे (NH) 62: रियल एस्टेट पर इम्पैक्ट

कई कमर्शियल डिस्ट्रिक्स और शहर NH 62 पर स्थित हैं, जो इसे राज्य की इकोनॉमिक संभावनाओं को बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण कॉरिडोर बनाता है। नेशनल हाईवे कमर्शियल गोदामों और सेंटर्स के लिए हायर डिमांड पैदा करने में भी महत्वपूर्ण योगदानकर्ता (contributor) के रूप में कार्य करता है। इसके अतिरिक्त, NH 62 श्री गंगानगर, जोधपुर और सूरतगढ़ जैसे अलग-अलग शहरों के भीतर साउंड कनेक्टिविटी प्रदान करता है। इस कॉरिडोर के कारण, पाली, बीकानेर और सिरोही जैसे मैन्युफैक्चरिंग हब्स नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर प्रोडक्ट्स का ट्रांसपोर्टेशन करने में सक्षम हैं। हाईवे लोगों को नौकरी के अवसरों की तलाश में पलायन करने में सक्षम बनाता है, जिससे आसपास के एरियाज में हाउसिंग डिमांड पैदा होने की संभावना है।

एनएच 62 पंजाब और राजस्थान राज्यों के साथ-साथ कई कमर्शियल हब्स को भी जोड़ता है। इससे राज्य की इकोनॉमी को बढ़ावा मिलता है, रोजगार पैदा होता है और लोकल्स का जीवन आसान हो जाता है। एनएच 62 के मार्ग पर आगे की प्लांड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के साथ, यह देखना दिलचस्प होगा कि रियल एस्टेट सेक्टर पर क्या प्रभाव पड़ता है।