नेशनल हाईवे 37 (NH-37) पूर्वोत्तर राज्यों असम और मणिपुर को जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण रोड नेटवर्क है। यह 356 किमी तक चलती है, जिसमें असम में नुमालीगढ़ और मणिपुर में इम्फाल जैसे कई महत्वपूर्ण लिंक शामिल हैं। लगातार कनेक्टिविटी के साथ-साथ, NH 37 अलग-अलग नेचुरल लैंडस्केप्स के सुंदर नजारे भी प्रस्तुत करता है। इसके अतिरिक्त, लोगों और सामानों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाकर, इस हाईवे ने दोनों राज्यों में इकोनॉमिक ग्रोथ को बढ़ावा देने में मदद की है। आइये इस आर्टिकल में NH 37 के रूट, कनेक्टिविटी, मुख्य फैक्ट्स और महत्व के बारे में जानें।
NH 37 कहां से कहां तक जाता हैं?
नेशनल हाईवे 37 बदरपुर, असम से शुरू होता है और पूर्वोत्तर भारत में इम्फाल, मणिपुर पर समाप्त होता है। कनेक्टिविटी और ट्रांसपोर्टेशन के लिए एक महत्वपूर्ण लाइफलाइन होने के नाते, NH 37 अपने आसपास के क्षेत्रों में ट्रेड, ट्रेवल और कॉमर्स की सुविधा प्रदान करता है। विशेष रूप से, एनएच 37 को अलग-अलग स्पोर्ट्स इवेंट्स के साथ जुड़ाव के लिए मान्यता मिली। 2016 के साउथ एशियाई गेम्स के दौरान, इसने साइक्लिंग इवेंट की मेजबानी में एक आवश्यक रूट के रूप में कार्य किया।
नेशनल हाईवे 37 के मुख्य फैक्ट्स
कवर किये गए राज्य | असम और मणिपुर |
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लंबाई | 356 |
स्टार्ट और एंड पॉइंट्स | बदरपुर, असम और इंफाल, मणिपुर |
मेंटेंड बाय | नेशनल हाइवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया |
NH 37: रूट मैप और कनेक्टिविटी
NH 37 रूट सुंदर नेचुरल लैंडस्केप से भरा है क्योंकि यह मैदानों से लेकर पहाड़ियों तक को कवर करता है। 356 किमी लंबा हाईवे पूर्वोत्तर भारत में असम के कुछ अलग-अलग इलाकों तक अच्छी कनेक्टिविटी प्रदान करता है। यह करीमगंज के पास बदरपुर से निकलती है, असम में हाफलोंग, लुमडिंग, नुमालीगढ़, नागांव, जोरहाट, सिबसागर और गोलाघाट से गुजरती हुई मणिपुर के इंफाल में समाप्त होती है।
रूट मैप
सोर्स: विकी कॉमन्स
NH 37: महत्व
NH 37 असम और मणिपुर के सोशियो -इकोनॉमिक डेवलपमेंट के लिए एक महत्वपूर्ण रोड नेटवर्क के रूप में कार्य करता है। यह दोनों राज्यों के बीच कृषि उपज के साथ-साथ अन्य वस्तुओं और आवश्यक वस्तुओं के ट्रांसपोर्ट में मदद करता है। साथ ही, यह हाईवे अच्छी यातायात की सुविधा प्रदान करता है, जिससे दोनों पूर्वोत्तर राज्यों के बीच टूरिज्म, ट्रेड और कल्चरल आदान-प्रदान की सुविधा मिलती है।
NH 37: रियल एस्टेट पर इम्पैक्ट
नेशनल हाइवेज के किनारे रियल एस्टेट डेवलपमेंट आम तौर पर रिबन डेवलपमेंट की ओर ले जाता है। कमर्शियल और रेसीडेंशियल प्रोजेक्ट्स की बिक्री में इजाफे से रोजगार के अधिक अवसर पैदा होते हैं, जिससे इकोनॉमिक ग्रोथ को बढ़ावा मिलता है। इसके अनुरूप, केंद्र सरकार असम सहित पूर्वोत्तर में रोड और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को डेवलप कर रही है। ऐसी ही एक प्रोजेक्ट असम के जोगीघोपा में भारत का पहला इंटरनेशनल मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क (MMLP) है, जिससे रियल एस्टेट ग्रोथ और इंटर-स्टेट कनेक्टिविटी के मामले में असम के लिए बड़े पैमाने पर संभावनाएं खुलने की उम्मीद है।