आज का खरीदार घर खरीदते समय कई चीजों पर ध्यान देता है। सबसे पहले स्थान, कनेक्टिविटी और सुविधाएं देखता है। फिर डिज़ाइन, कंस्ट्रक्शन की क्वालिटी, कब्जे की तारीख और बिल्डर की पहचान पर ध्यान देता है। ऐसे में, बालकनी उनकी प्राथमिकताओं में कहाँ फिट बैठती है?

बालकनी घर की सुंदरता को बढ़ाती है। लिविंग रूम या बेडरूम के पास एक खूबसूरत डिज़ाइन वाली बालकनी किसी भी हाउसिंग प्रोजेक्ट का मुख्य आकर्षण बन सकती है। खासकर, ऐसी बालकनी जो अच्छा नज़ारा दिखाए, आज के खरीदारों को तुरंत पसंद आती है। लेकिन क्या घर चुनते समय बालकनी का आकार जरूरी है? आइये इस आर्टिकल में इसका जवाब जानते है।

महागुन ग्रुप के डायरेक्टर, धीरज जैन का कहना है कि, "आजकल घर खरीदते समय लोग बालकनी और आँगन को जरूरी मानते हैं। हर व्यक्ति बालकनी का उपयोग अपने हिसाब से करता है। किसी को बड़ी बालकनी चाहिए तो किसी को छोटी। किसी के लिए बालकनी से अच्छा नजारा देखना जरूरी है, तो किसी के लिए मेहमानों के साथ समय बिताने की जगह। बालकनी का महत्व हर व्यक्ति की पसंद और जरूरत पर निर्भर करता है।"

आकार से अधिक महत्वपूर्ण है उपयोगिता

भारत में, बालकनी हमेशा आराम करने के लिए एक पसंदीदा स्थान रही है। पिछले दशक में मेट्रो शहरों में प्रॉपर्टी की कीमतें बहुत बढ़ने के कारण बालकनी का आकार छोटा हो गया था, लेकिन महामारी के बाद अब इसे फिर से अहमियत दी जा रही है। कह सकते हैं कि बालकनी आज भी एक आधुनिक घर का अहम हिस्सा है।

नेहा शर्मा, जो एक वर्किंग प्रोफेशनल हैं और नोएडा के सेक्टर 62 में एक अच्छे रिहायशी कॉम्प्लेक्स में रहती हैं, उनका मानना है कि बालकनी घर का एक अहम हिस्सा है। उनका कहना है, "बालकनी वह जगह है जहां आप बैठ सकते हैं, बातचीत कर सकते हैं और आराम कर सकते हैं। यह हमें रोज की भागदौड़ से दूर एक शांति का माहौल देती है।" हालांकि, कुछ लोग यह मानते हैं कि बालकनी घर खरीदने के लिए जरूरी तो है, लेकिन यह सबसे पहली प्राथमिकता नहीं होती। दूसरे शब्दों में, यह हर घर खरीदने वाले की सबसे पहली जरूरत नहीं होती।

मेट्रो शहरों में जगह कम हो गई है, इसलिए घर छोटे हो गए हैं। बालकनी का साइज भी छोटा हो गया है। जैसे नोएडा एक्सटेंशन में नए प्रोजेक्ट्स में बालकनियों का साइज पांच फुट है। लेकिन, दिल्ली डेवलपमेंट अथॉरिटी (DDA) के नए नियमों के अनुसार, ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी में बालकनी का आकार चार फुट हो गया है, जो पहले छोटी थी। प्लॉटेड एरिया में बालकनी अब पांच फुट है, जबकी पहले वो तीन फुट थी। महामारी के बाद, ज्यादतर लोग विशाल बालकनी के लिए अतिरिक्त पैसा देने को तैयार हैं।