दिल्ली और उत्तर प्रदेश सरकार के तेजी से इंफ्रास्ट्रक्टरल के डेवलपमेंट्स से निकटता ने गाजियाबाद को एनसीआर में एक प्रमुख ग्रोथ पॉकेट के रूप में उभरने में काफी मदद की है। शहर की क्षमता को देखते हुए, गाजियाबाद डेवलपमेंट अथॉरिटी (GDA) ने गाजियाबाद मास्टर प्लान 2031 पेश किया है। यह पहल लोनी और मोदीनगर/मुरादनगर में स्ट्रक्चर्ड डेवलपमेंट और उपलब्ध रिसोर्सेज के उपयोग पर फोकस्ड है।
लगभग 32,300 हेक्टेयर में फैला, मास्टर प्लान 2031 न केवल रेसीडेंशियल और कमर्शियल ग्रोथ को बढ़ावा देगा, बल्कि एरियाज में नौकरी की संभावनाओं को भी बढ़ावा देगा। इस आर्टिकल में हम आपको विस्तार से गाजियाबाद मास्टर प्लान 2031 की डिटेल्स, मुख्य विशेषताएं, जमीन के उपयोग और मैप के बारे में बताएंगे।
गाजियाबाद मास्टर प्लान 2031: मुख्य विशेषताएं
यूनिफाइड गाजियाबाद मास्टर प्लान 2031 को 6 सितंबर 2024 को मेरठ में हुई बैठक के दौरान हरी झंडी मिल गई। हालाँकि, गाजियाबाद मास्टर प्लान 2031 के ड्राफ्ट को शुरू में ग्रीन बेल्ट डेज़िग्नैशन और गाजियाबाद में ट्रांस-ओरिएंटेड डेवलपमेंट (TOD) जोन को मिलाने के साथ पब्लिक फीडबैक के मुद्दों के कारण GDA द्वारा चार बार खारिज कर दिया गया था। 72 शिकायतों सहित इन सभी मुद्दों को अब संबोधित कर दिया गया है और प्लान वर्तमान में राज्य सरकार की फाइनल अप्रूवल का इंतजार कर रही है। आइए इसके प्रमुख डिटेल्स पर करीब से नज़र डालें।
- शहर को शहरी विस्तार और 2031 तक 48 लाख की अनुमानित आबादी के लिए तैयार करने के लिए मास्टर प्लान का ड्राफ्ट तैयार किया गया है।
- प्लान में गाजियाबाद, लोनी और मोदीनगर/मुरादनगर सहित 33,543.1 हेक्टेयर का ओवरऑल डेवलप्ड एरिया शामिल है।
- दुहाई रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) डिपो के आसपास 909.82 हेक्टेयर का एक स्पेशल डेवलपमेंट एरिया (SAD) डेवलप्ड किया जाएगा।
- प्लान में 1.5 किमी लंबी रैपिड रेल के साथ एक TOD ज़ोन शामिल है, जो 4,261.43 हेक्टेयर को कवर करता है और रेड लाइन और ब्लू लाइन मेट्रो कॉरिडोर के साथ एक और TOD ज़ोन है, जो 616.61 हेक्टेयर में फैला है।
- TOD और SDA ज़ोन के रूप में नामित एरियाज में, हायर रेसीडेंशियल और कमर्शियल डेवलपमेंट को बढ़ावा देने के लिए फ्लोर एरिया रेश्यो (FAR) को 1.5 से बढ़ाकर 5 कर दिया गया है।
- TOD ज़ोन गाजियाबाद मेट्रो की रेड और ब्लू लाइन पर स्थित होंगे और मेट्रो लाइन मार्गों के दोनों ओर 500 मीटर की दूरी को कवर करेंगे। उपलब्ध प्लॉट्स का उपयोग रेसीडेंशियल और कमर्शियल दोनों उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है। रेड लाइन 482.63 हेक्टेयर को कवर करेगी, जबकि ब्लू लाइन 153.98 हेक्टेयर को कवर करेगी।
- डासना और लोनी में 100 एकड़ का लॉजिस्टिक हब डेवलप्ड करने की भी प्लानिंग की जा रही है।
- प्लानिंग में 'रिकॉर्ड ऑफ राइट' एक्सप्रेसवे के दोनों किनारों पर 100 मीटर और स्टेट हाइवेज के दोनों किनारों पर 60 मीटर का हरित बेल्ट एरिया स्पेसिफाई करता है।
गाजियाबाद मास्टर प्लान 2031: मैप
गाजियाबाद मास्टर प्लान 2031 के इस व्यापक मैप (comprehensive map) के साथ गाजियाबाद के भविष्य की कल्पना करें:
डिस्क्लेमर: ऊपर दिए हुआ मैप केवल गाजियाबाद एरिया में प्रस्तावित डेवलपमेंट पर प्रकाश डालता है। इसमें लोनी, मुरादनगर और मोदीनगर एरियाज के लिए तैयार किए गए डेवलपमेंट शामिल नहीं हैं।
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गाजियाबाद मास्टर प्लान 2031: जमीन का उपयोग और डिस्ट्रीब्यूशन
मास्टर प्लान 2031 को स्थायी जमीन के उपयोग के साथ गाजियाबाद के तेजी से ग्रोथ को संतुलित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसका उद्देश्य रेसीडेंशियल, कमर्शियल और ट्रांजिट- ओरिएंटेड डेवलपमेंट पक्का करना है। अलग-अलग एरियाज में जमीन के डिस्ट्रीब्यूशन इस प्रकार है:
जमीन का उपयोग | गाजियाबाद (हेक्टेयर में) | मोदीनगर (हेक्टेयर में) | लोनी (हेक्टेयर में) | कुल (प्रतिशत) |
---|---|---|---|---|
रेसीडेंशियल | 7,634 | 2,188.90 | 3,050.20 | 39.8 |
कमर्शियल | 430.8 | 202.1 | 69.9 | 2.2 |
मिक्स्ड | 490.4 | 97.2 | 0 | 1.8 |
इंडस्ट्रियल | 2,109.80 | 573.9 | 766.6 | 10.7 |
ऑफिस-स्पेस | 528.1 | 99.5 | 18.8 | 2 |
प्राइवेट और सेमीप्राइवेट | 1,078.10 | 759 | 3,106.60 | 6.6 |
मनोरंजन | 3,223.80 | 2161.9 | 968.5 | 19.7 |
ट्रांसपोर्ट | 2362.3 | 1,107.70 | 659.5 | 12.8 |
नॉन-कन्फर्मिंग | 444.7 | 0 | 963.6 | 4.4 |
सोर्स: गाजियाबाद डेवलपमेंट अथॉरिटी
गाजियाबाद मास्टर प्लान 2031: रियल एस्टेट पर इम्पैक्ट
गाजियाबाद मास्टर प्लान 2031 से पूरे शहर में रियल एस्टेट को फायदा होने की उम्मीद है। दुहाई और राज नगर एक्सटेंशन जैसे एरियाज में दुहाई आरआरटीएस डिपो के निकट होने के कारण इजाफे का अनुभव होगा। लोनी में स्पेशल डेवलपमेंट एरिया नई हाउसिंग प्रोजेक्ट्स के लिए अवसर खोलेगा और रेसीडेंशियल प्रॉपर्टीज की मांग को बढ़ावा देगा। एक्सप्रेसवे और राजमार्गों के किनारे के एरियाज को भी डेवलपमेंट के अंतर्गत लाया जाएगा, जिससे डेवलपर्स और निवेशकों को अधिक रिटर्न मिलेगा। कुल मिलाकर, मास्टर प्लान में प्रस्तावित डेवलपमेंट से कनेक्टिविटी और ट्रांसपोर्ट में सुधार होगा और रियल्टी मार्केट में डिमांड और सप्लाई बढ़ेगी।
गाजियाबाद मास्टर प्लान 2031 एक बड़ी प्लानिंग है जो कुशल, टिकाऊ ग्रोथ के साथ शहर के ओवरऑल डेवलपमेंट पर फोकस्ड है। बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर, ट्रांसपोर्टेशन और हाउसिंग के साथ बढ़ती आबादी की मांगों को पूरा करने के लिए इस प्लान का ड्राफ्ट तैयार किया गया है। आपत्तियाँ और संशोधन प्राप्त करने के बाद, प्लान स्वीकृत हो गया है और गाजियाबाद के भविष्य को बदलने के लिए तैयार है।